गज़ल -
भरम पाला था मैने प्यार दो
तो प्यार मिलता है ।
यहाँ मतलब के सब मारे न सच्चा
यार मिलता है ।
लुटा दो जां भले अपनी न
छोड़ें खून पी लेंगे,
जिसे देखो छुपा के हाथ में
तलवार मिलता है ।
बहा लो देखकर आँसू न जग
में पोंछता कोई,
दिखा दो अश्क दुनिया को तो बस
धिक्कार मिलता है ।
नही मै चाहता दुनिया मुझे
अब थोड़ा जीने दो,
मिटाकर खुद को देखो तो भी बस
अंगार मिलता है ।
मै पागल हूँ जो दुनिया में
सभी को अपना कहता हूँ,
खफा यह मुझसे हैं उनका मुझे
दीदार मिलता है ।
मुखौटा देख लो पहना यहाँ
हर आदमी नकली
डराना दूसरे को हो सदा तैयार
मिलता है ।
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