जो तुम्हारे साथ रहने से लगे
वो पुराने घाव गहने से लगे.

इस दिले नादान को झटके बहुत
जब लगे इन्सान कहने से लगे.

कल जिन्हें नंगा दिखाया आज वो
राजसी परिधान पहने से लगे.

सर हमारे बेवजह इल्जाम सौ
हर खता चुपचाप सहने से लगे.

डूब जाते बीच में रुकते अगर
पार हम इस बार बहने से लगे.

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