क्‍यों बारिश आते ही शहरों में छतरियां तान लेते हैं लोग
क्‍यों बर्फ का मौसम पहाड़ों में बिताने चले जाते हैं लोग

गर्म मौसम की तपिश का सामना करने का साहस नहीं
क्‍यों धूप का आनंद उठाने सागर किनारे जाए जाते हैं लोग

अपने बच्‍चे की भोली सूरत अक्‍सर भूल जाने की आदत है
क्‍यों दुनिया को तरह-तरह का आईना दिखाए जाते हैं लोग

घर के आस-पास की बस्‍ती को उनके हाल पर छोड़कर
क्‍यों धर्मस्‍थानों पर आस्‍था का प्रसाद लुटाए जाते हैं लोग

देश के लिए कुर्बानी देने वालों को पत्‍थर में तराशकर
क्‍यों गद्दारों के घर भरने को लाईन लगाए जाते हैं लोग

निर्दोषों को ही वक्‍त-बेवक्‍त गुनहगार बताया जाता है
क्‍यों दल-बल वालों की ताजपोशी पर मुस्‍कराए जाते हैं लोग
 

 
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