पहचानता है यारो, हमको जहान सारा
हिंदोस्ताँ के हम है, हिंदोस्ताँ हमारा
यह जँग है हमारी, लड़ना इसे हमें है
यादें शहादतों की देगी हमें सहारा
इस मुल्क के जवाँ सब, अपने ही भाई बेटे
करते हैं जान कुर्बाँ, जब देश ने पुकारा
जो भेंट चढ़ गए हैं, चौखट पे ज़ुल्मतों की
बलिदान से ही उनके, ऊंचा है सर हमारा
मिट्टी के इस वतन की, देकर लहू की ख़ुशबू
ममता का क़र्ज़ सारा, वीरों ने है उतारा
लड़ते हुए मरे जो, उनको सलाम देवी
निकला जुलूस उनका, वो याद है नज़ारा
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