हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ ----
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डॉ० बी० पी० सिंह
सम्पादक, स्वर्गविभा
स्वर्ग विभा (www.swargvibha.in),नये-पुराने साहित्यकारों का वह मिलनमंच है ,जहाँ विश्व के कवियों ,लेखकों, गज़लकारों तथा उपन्यासकारों को ससम्मान एक मंच पर नि:शुल्क लाकर खड़ा करती है । केवल आदान मात्र मनुष्य को पूर्ण संतोष नहीं देता, उसे प्रदान का भी अधिकार चाहिये ,और इसी अधिकार का विकसित मंच है स्वर्ग विभा । यह विद्वानों व साहित्य-प्रेमियों के बुद्धिकार्य के स्थूल ग्यान से लेकर इसके जन्म देने वाले सूक्ष्म विचारों की अनुभूतियों को भी स्वयं में संचित करती है । इस प्रकार वामन जैसा लगने वाली स्वर्ग विभा, असीमता में बढ़ती-बढ़ती विराट हो सकती है ; बशर्तेकि आप सबों का सहयोग और प्यार यूँ ही मिलता रहे ।
झारखंड राज्य की सांस्कृतिक राजधानी देवघर में 29 जून 2014 को
विवेकानन्द शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान तथा योगमाया
मानवोत्थान ट्रस्ट के युग्म बैनर तले जसीडीह पब्लिक स्कूल परिसर में
’संस्कृत अकादमी पुरस्कार’ विजेता कमलारत्नम की शताब्दी जयन्ती के अवसर पर
आयोजित राष्ट्रीय शिखर सम्मान-पुरस्कार समारोह में, हिन्दी भाषा के क्षेत्र
में अतुलनीय सेवा एवं राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व
उपलब्धियों के लिए स्वर्गविभा की संस्थापिका एवं प्रवीण साहित्यकार डॉ०
श्रीमती तारा सिंह, नवी मुम्बई को ’कमलारत्नम साहित्य सलिला शताब्दी
राष्ट्रीय शिखर सम्मान-पुरस्कार’ से अलंकृत किया गया । देवघर के उपायुक्त
,श्री अमित कुमार के हाथों डॉ० सिंह को सम्मान-पत्र, शॉल, प्रतीक चिह्न एवं
पुष्पमाल्य प्रदान किये गये ।
सम्मान-समारोह उपरान्त आयोजित ’एक शाम कवियों के नाम’ की 100 वीं संगोष्ठी
में डॉ० तारा सिंह का राष्ट्रगीत ’करो भारत को नमन, बोलो भारतीय हैं हम’,
उनकी सुरीली आवाज ने महफ़िल में शमा बाँध दिया ।
डॉ० सिंह को अब तक देश-विदेश की संस्थानों द्वारा 237 सम्मान / पुरस्कार /
मानदोपाधि से नवाजा जा चुका है तथा उनकी 30 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं
।
स्वर्गविभा तारा राष्ट्रीय सम्मान 2014 की घोषणा
लोकप्रिय हिन्दी वेबसाइट, स्वर्गविभा (www.swargvibha.in) , नवी मुम्बई
द्वारा प्रायोजित , ’स्वर्गविभा तारा राष्ट्रीय सम्मान 2014’ के लिए, देश
के कोने-कोने से आये, विद्वान-साहित्यकारों / पत्रकारों की कृतियों में से
निर्णायक समिति द्वारा जिन चार विद्वानों के नाम, उनके उत्कृष्ट अवदान एवं
उल्लेखनीय उपलब्धियों के आधार पर चयनित किये गये ; वे इस प्रकार हैं-----
(1) श्री विजय कुमार सप्पत्ति ( सिकन्दराबाद, आन्ध्र प्रदेश )
(2) श्री हरीलाल ’मिलन’ ( कानपुर, उ० प्र० )
(3) श्री हरि नारायण गुप्ता ( मुजफ़्फ़रपुर, बिहार )
(4) श्री संदीप सृजन ( उज्जैन, म० प्र० )
घोषित विद्वानों को, स्वर्गविभा संस्था द्वारा प्रशस्ति-पत्र एवं 2100/- की
पुरस्कार राशि ( चेक द्वारा ), प्रत्येक के पंजीकृत पते पर डाक द्वारा
शीघ्र प्रेषित की जा रही है । साथ ही स्वर्गविभा टीम, ईश्वर से इनके
उज्ज्वल भविष्य एवं दीर्घायु होने की कामना करती है ।
डॉ० बी० पी० सिंह
का० अध्यक्ष, स्वर्ग विभा
1 दिसम्बर, 2014
संस्थापिका एवं प्रधान सम्पादिका--- डॉ० श्रीमती तारा सिंह
1502 सी क्वीन हेरिटेज़,प्लॉट—6, सेक्टर—
18, सानपाड़ा, नवी मुम्बई---400705
Email :-- swargvibha@gmail.com
(m) :--- +919322991198