“बार बार”
पुकारो न हमे जिंदगी बार बार,
 
चाहते है जीना हम भी बार बार... 

छाएंगे अंधेरे मगर फिर भी ,
 
हर सुबह होगी रोशनी बार बार...
 
कूकेगी कोयल ,गाएगी बुलबुल ,
 
वादी -ऐ -दिल महकेगी बार बार...
 
जाओगे तोड़ रिश्ता , सब -ऐ -हिज्र मे,
 
" लेकिन"
 
याद तुमको हमारी आएगी बार बार 
 

 
HTML Comment Box is loading comments...
 
Free Web Hosting