कभी चाँद को रोटी समझने वाला बच्चा
अब समझदार हो गया है,
वह जानता है, रोटी रोटी है चाँद नहीं
वह यह भी जानता है अच्छी तरह
की मेहनत करे बिना रोज रात को
चाँद दिख सकता है रोटी नहीं
और शायद इसी लिए रात को
चाँद देखने के बदले वह काम करता है
तभी पाता है सुबह-सुबह रोटी,भरपेट