प्रवाह
तुम्हारे फूल
एकाकार
व्यर्थ विषय
अनुरोध
अस्तित्व
इस बार
ऐ दोस्त क्या बताऊँ तुझे!
. ...और बातें हो जायेंगी
जमाव
तुम मेरे पास हो...
आओ जन्मदिन मनाएँ ...
मेरी दुनियाँ
ढूँढती हूँ...
उत्तर
सूत सी इच्छाएं
कुछ यूं ही
तुम्हारी याद
ज़िंदगी