सिवनी - म.प्र. में शिवराजङ्क्षसह चौहान पहले ऐसे गैर कांग्रेसी
मुख्यमंंत्री हैं जिन्होने आम जनता के बीच अपनी लोकप्रियता का ग्राफ
बढ़ाते हुए ०५वर्ष का कार्यकाल पूर्ण किया है और यह उनका ५ वर्ष का
कार्यकाल अभी तक के मुख्यमंत्रियों सबसे बेहतर कार्यकाल माना जा रहा था
आम जनता में इस बात की धारणा प्रबल हुई कि राजनीति में आज भी संवेदनशील
नेतृत्व की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बीता कार्यकाल
स्वर्णीम कार्यकाल माना जा सकता है। इनके पूर्व जितने भी मुख्यमंत्री हुए
उन्होंने इतनी संवेदनशीलता से योजनाएं नहीं बनाई जो जनता में यह विश्वास
पैदा कर पाती कि शासन उनके हितों के प्रति संवेदनशील है, परंतु
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने फुटपाथ पर रात गुजारने वाले से लेकर
बड़े उद्योगपतियों, पैदा हुए बच्चे से लेकर, बुजर्गो की, चपरासी से लेकर
आलाधिकारियों तक के हितों में जितनी बेहतर योजनाएं बन सकती थी बनाई। और
उन योजनाओं का क्रियान्वयन म.प्र. में तेजी से कराने की व्यवस्था भी
सुनिश्चित की प्रदेश के विकास कार्यो में ठीक तेजी से कार्य किये जा रहे
हैं। म.प्र. में संचालित योजनाएं और उनका क्रियान्वयन भारत के अन्य
राज्यों के लिए प्रेरणा प्रदान क रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान
द्वारा जितनी संवेदनाओं के साथ योजनाएं बनाई गई है और उनका क्रियान्वयन
किया गया है। उसके कारण प्रदेश का तीव्र गति से कायाकल्प हुआ है। जिसके
कारण परिणाम भी तेजी से सामने आये हैं और पूरे भारत के अन्य राज्यों के
मुख्यमंत्रियों अनेक केन्द्रीय मंत्रियों यहां तक की प्रधानमंत्री और
राष्ट्रपति ने भी म.प्र.में किये जा रहे कार्यो की मुक्त कंठ से प्रशंसा
ही नहीं की है उन योजनाओं को अन्य प्रदेशों में लागू कराने की सलाह दी
है, अनेक राज्यों के मुख्य मंत्रियों ने म.प्र. की अनेक लोकप्रिय योजनाओं
को अपने प्रदेशों में लागू करने की दिशा में कार्य भी प्रारंभ कर दिये
हैं। जिस प्रदेश को देश के अन्य प्रदेश मॉडल मान रहे हो ऐसी व्यवस्था को
स्वर्णीम व्यवस्था ही कहा जा सकता है।
आज मध्य प्रदेश के छोटे-छोटे ग्रामीण अंचलों से लेकर बड़े-बड़े महानगरों
तक में शासकीय विद्यालय में अध्ययनरत छात्रायें अध्ययन के लिये शासन
द्वारा दी गई साईकिलों से पहुंच रही है मध्य प्रदेश ही ऐसा राज्य है जहां
बालिका शिक्षा के लिये शासन से बेहतर व्यवस्थाएं दी जा रही है । छात्राओं
को शिक्षित करने के उद्देश्य से उन्हें हर तरह की सहुलियते मध्य प्रदेश
शासन द्वारा प्रदान की जा रही है पूर्व राष्टपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने
भी बालिका शिक्षा के प्रति मध्य प्रदेश शासन के प्रयास की प्रशंसा की है
। शिक्षा के क्षेत्र में पहली कक्षा के बच्चों को अक्षर पहचानना और
उन्हें पढ़ पाने की क्षमता केरल जैसे शिक्षित राज्य से मध्य प्रदेश के
बच्चों से अधिक है । आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, महाराष्ट, कर्नाटक और पंजाब
जैसे राज्य भी मध्य प्रदेश के बच्चों से पीछे है । संयुक्त राष्ट बालकोष
द्वारा मध्य प्रदेश में प्रत्येक १ किलोमीटर पर प्राथमिक प्रत्येक ३
किलोमीटर पर माध्यमिक और प्रत्येक ५ किलोमीटर पर हाईस्कूल की उपलब्धता की
प्रशंसा की है । यूनिसेफ की भारत प्रमुख सुश्री करीन हुलसोख ने मध्य
प्रदेश शासन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और कुपोषण के क्षेत्र में किये जा
रहे कार्यों की प्रशंसा की है अब मध्य प्रदेश शासन छात्रों को भी
नि:शुल्क साईकिलों का वितरण करने का मन बना चुका है । इसके साथ ही मातृ
मृत्यू दर शिशू मृत्यू दर रोकने के लिये संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित
मध्य प्रदेश शासन द्वारा किया गया है । मध्य प्रदेश की जननी सुरक्षा
योजना संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के साथ शिशु मृत्यू दर में कमी लाने
में सहायक सिद्ध हुई है राष्टीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कंटोल ने २२
जनवरी २०१० को मध्य प्रदेश शासन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुये स्पष्ट
शब्दों में कहा था कि मध्य प्रदेश में शिशु मृत्यू दर रोकने के लिये
ईमानदारी से प्रयास चल रहे है । मध्य प्रदेश शासन की लाड़ली लक्ष्मी
योजना पूरे देश में सराही गई है और इस योजना का अनेक प्रदेशों ने अनुसरण
करने का मन भी बनाया है भारत की महामहिम राष्टपति श्रीमती प्रतिभा देवी
सिंह पाटिल ने १९ अगस्त २०१० को राष्टप्रति भवन में खेलों को प्रोत्साहन
देने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को प्रथम राष्टीय खेल
पुरस्कार प्रदान करते हुये मध्य प्रदेश में खेलों के प्रोत्साहन के लिये
किये गये कार्यों को देश में रोल मॉडल निरूपित किया आज दम तोड़ती हॉकी को
शिवराज सिंह चौहान ने प्रोत्साहन देकर ऐतिहासिक कदम उठाया है । विश्व
बैंक और ए डी बी द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं की भोपाल में ८ अप्रैल
२०१० में आयोजित समीक्षा बैठक में सराहना की गई । मध्य प्रदेश में सड़क
विकास कार्यों की केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा तथा अनेक राज्यों
द्वारा सराहना की गई है । किसान कल्याण से संबंधित योजनाएं गंभीरता
पूर्वक बनी है और उनका क्रियान्वयन भी मध्य प्रदेश में हो रहा है जिससे
प्रदेश का कृषि उत्पादन भी बढ़ा है । संवेदनशील मुख्यमंत्री के द्वारा
मध्य प्रदेश के विकास के लिये बनाई गई योजनाएं किसी भी वर्ग के लिये
वंचित नहीं करते है हर वर्ग के कल्याण के लिये बन रही योजनाओं के कारण
शिवराज सिंह चौहान के लोकप्रियता का ग्राफ निरंतर बढ़ रहा है । केंद्रीय
स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाब नबी आजाद ने ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं
की समीक्षा बैठक के दौरान इस बात को स्वीकार किया है कि मध्य प्रदेश क ी
जननी सुरक्षा, सुरक्षित प्रसव, मातृत्व शिशू मृत्यू दर कम करने आदि
मोर्चे पर पूरी तरह खरा उतरा है योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह
अहलुवालिया ने जवाहर लाल नेहरू राष्टीय शहरी नवीनीकरण मिशन में मध्य
प्रदेश को अग्रणी रहने के कारण उसकी लिखित प्रशंसा की है इससे साफ जाहिर
है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जितनी संवेदनाओं के साथ ग्रामीण
क्षेत्रों के विकास की चिंता करते है उतनी ही चिंता शहरी क्षेत्रों की भी
की जा रही है किसानों को यदि खेती के लिये सिंचाई सुविधायें कृषि यंत्र
सस्ती दरों में मुहैया कराये जा रहे है कृषि के लिये ३ प्रतिशत का ऋण
देने के लिये निर्णय लिया गया है कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये
मध्य प्रदेश शासन पूरी तरह से चिंचित है किसानों को हर प्रकार की
सुविधायें प्रदान की जा रही है तो वहीं शहरी क्षेत्रों को भी व्यवस्थित
करने के लिये मुख्यमंत्री चिंता प्रकट ही नहीं करते पर्याप्त धन उपलब्ध
करा रहे है । शहरी क्षेत्रों मेंं रिक्षा चालकों, हाथ ठिलियां चालकों को
सब्सिडी देकर रिक्षा और ठिलियां का मालिक बनाया है तो उनके आवास निर्माण
के लिये भी योजनाएं तैयार कर उन्हें आवास उपलब्ध करा रहे है । पर्यावरण
सुधार की दिशा में भी मध्य प्रदेश शासन के कार्य सराहनीय रहे है । मध्य
प्रदेश ही ऐसा राज्य है जहां मजदूरों का पंजीयन का कार्य प्रारंभ हुआ है
। मध्य प्रदेश के विकेन्द्रीकृत जिला योजना मॉडल की केंद्रीय योजना आयोग
द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई है । वर्ष २०१०-११ की वार्षिक योजना
पर आयोग में चर्चा के बाद राज्य योजना आयोग को पत्र लिखकर विकेन्द्रीकृत
जिला योजना की कार्ययोजना केवल इसलिये मांगी गई है कि उसे अन्य राज्यों
में लागू किया जा सके । प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने भी मध्य प्रदेश
शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को मुक्त कंठ से सराहा है । अल्पसंख्यकों
के हित में और विशेषकर मदरसा शिक्षा के आधुनिकीकरण के लिये मध्य प्रदेश
शासन द्वारा किये गये कार्य प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रशंसा करने से
नहीं रोक सके । फरवरी २०१० में भोपाल में आयोजित विधानसभा के अध्यक्षों
और उपाध्यक्षों के सम्मेलन में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य
प्रदेश में आ रहे बदलाव को जनप्रतिनिधियों ने मुक्त कंठ से सराहा । मध्य
प्रदेश को उद्योगपति भी उद्योगों के लिये काफी अनुकूल मान रहे है और बड़े
उद्योग मध्य प्रदेश की ओर आकृषित हो रहे है, खजुराहों में २२-२३ अक्टूबर
को आयोजित ग्लोबल समिट के समय उद्योगों के प्रति मध्य प्रदेश सरकार के
दृष्टिकोण की उद्योगपतियों ने सराहना की कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि
गैरकानूनी मुख्यमंत्री का ५ वर्ष का कार्यकाल पूर्व कांग्रेसी सरकारों के
कुल कार्यकाल से बेहतर रहा है । सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं और मध्य
प्रदेश विकास की सोच आगामी समय में मध्य प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों
में अग्रिम पंक्ति में स्थान दिलाने के लिये काफी सिद्ध होगा ।

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