छायावादी कवयित्री तारा सिंह को
’
साहित्य महोपाध्याय’
मुम्बई की वरिष्ठ छायावादी कवयित्री डा० तारा सिंह को उनकी अभूतपूर्व साहित्य सेवा एवं उच्च स्तरीय सृजन धर्मिता के लिए 11 मई ,2008 को साहित्यिक, सांस्कृतिक कला संगम अकाडमी, परियावाँ (प्रतापगढ) द्वारा माता मइया धर्मशाला परियावाँ में 27 वें भाषाई एकता सम्मेलन के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में ’ साहित्य महोपाध्याय’ मानदोपाधि से अलंकृत किया गया । इसी मंच पर विन्ध्यवासिनी हिन्दी विकास संस्थान, नई दिल्ली द्वारा श्रीमती सिंह को हिन्दी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए ’ स्व० सरस्वती पाण्डेय स्मृति सम्मान’ एवं तारिका विचार मंच, करछना (इलाहाबाद) द्वारा ’सम्मान पत्र, 2008’ देकर विभूषित किया गया ।
इंडियन सोसाइटी फ़ोर इनडस्ट्री एण्ड इनटेलेक्चुवल डेवेलपमेन्ट , नई दिल्ली द्वारा 8
मई, 2008 को कन्सटिच्यूशन क्लब, रफ़ी मार्ग में आयोजित एक भव्य समारोह में डा०
श्रीमती तारा सिंह को उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों एवं उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान की
सराहना करते हुए ’ राष्ट्रीय सम्मान पुरस्कार’ तथा ’ गोल्ड मेडल ’से नवाज़ा गया ।
श्री मानिक राव गवित , भूतपूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री; श्री योगेन्द्र सिंह,
भूतपूर्व निदेशक, सी० बी० आई० एवं डा० भाई महावीर, भूतपूर्व राज्यपाल, मध्य प्रदेश
के हाथों श्रीमती सिंह को स्वर्ण जड़ित ट्राफ़ी, गोल्ड मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान
किये गये ।
10 मई, 2008 को गांधी दर्शन हाल, दिल्ली में स्वतंत्रता सेनानी एवं प्रख्यात
साहित्यकार स्व० अमर सिंह जोबन के जन्म शताब्दी वर्षगांठ पर आयोजित एक विशिष्ट
समारोह में दिल्ली के मुख्य मंत्री, श्रीमती शीला दीक्षित की उपस्थिति में डा०
श्रीमती तारा सिंह को उनकी अद्वितीय साहित्यिक साधना के लिए अहिन्दी भाषी हिन्दी
लेखक संघ, दिल्ली द्वारा ’अमर सिंह जोबन सम्मान’ तथा ’ माता अमर कौर सम्मान 2008’
से आभूषित किया गया ।