कौन है सही किसको कहें गाफ़िल, कोई नहीं यहाँ ऐतबार के क़ाबिल, ले जायें किस तरफ़ दिल की नैया, कहे हर किनारा कि मैं तेरा साहिल ।
' रवीन्द्र '