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बातों के बतासे किसी के बने हैं ??
वही बज रहे हैं जो थोथे चने हैं
जो हैं रहनुमा पुण्य - पावन डगर के
वो पापों की कीचड़ में खुद ही सने हैं
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-बृजेश यादव