मित्रता वो है जो देती मित्र को संबल सदा मित्र हो तो मित्रता में स्वार्थ भी वर्जित करो पा सकोगे मित्र सच्चे खुद की सच्चाई के बाद मित्रता से मित्र ! सच्ची मित्रता अर्जित करो
-बृजेश यादव