www.swargvibha.in






ज़रा

 

 

लिखना तो आज, ये दिल बहुत चाहता है,
शौके - शायरी मगर , ज़रा दर्द माँगता है ।

 

 

 

' रवीन्द्र '

 

 

 

HTML Comment Box is loading comments...
 

 

Free Web Hosting