ज़िन्दगी में यहां वहां भटके
बात सचमुच में निराली हो गईं
कहानी में हमारी ज़िन्दगी की रंग आ जाता
इस दौर में इंसान क्यों बेहतर नहीं मिलते
जड़ जिसने थी काटी प्यारे
इन्सानियत के वाकये दुशवार हो गये
कभी ऐलान ताकत का, हमें करना जरुरी है