तुम अपने ग़मों की सारी बरसात मुझे दे दो, ले लो मेरी खुशियों
की रिमझिम
अपने अश्कों की सौगात मुझे दे दो
तेरे अश्कों का यूँ निगाहों में होना , यूँ तेरा ग़मों के मंज़र में खोना
नहीं ठीक लगता मुझको कभी भी ,
तेरा यूँ खुद से ही लड़ना -झगड़ना , अपने दिल में कैद उलझे जज्बात मुझे देदो
अपने अश्कों की सौगात मुझे दे दो.....
यूँ तेरा खुद से ही अक्सर रूठ जाना , तेरा यूँ पास होकर भी सबसे
दूर जाना
नहीं ठीक लगता मुझको कभी भी
बिगड़े हालातों में तेरा बिखर जाना ,अपने सारे के सारे बिगड़े हालात
मुझे दे दो.
अपने अश्कों की सौगात मुझे दे दो.
DEEPTI KHEWARIYA