चलते चलते निकल आए किन रास्तो पर , जिनकी नहीं कोई मंजिल
उतर आए ऐसे समंदर में , जिसके नहीं कोई साहिल
करे अब क्या करे बता मेरे आसमा
लहरों से समझोता करे , या तुफानो का इंतजार
लबो तक आ न पाया दिल का हाल , अरमा जगे दिल में कई कई बार
होठो को सी लिए हम यही सोच कर बस यही सोच कर हर बार
क्या वो भी करती होगी हमसे इतना प्यार
क्या वो भी करती होगी हमसे इतना प्यार

दिल के ज़ख्मो को खुद ही सीते रहे ,गम को आंसू युही पीते रहे
हर पल तेरी याद आई ,हर रोज जीते रहे , हर रोज मरते रहे

दिल में तस्वीर बनाई , आँखों में तुमको बसाये
धडकनों में कैद कर लिया सांसो में तुम समाये
रोक ले खुद को कैसे , जरा कोई बताये
जब धडकनों में तुम हो , कैसे न फिर हर पल याद आए ,कैसे न फिर हर पल याद आए

हर साँस में हो तुम , तेरी ही जूस्तजू
इस दिल को अब , बस तेरी ही आरजू
रब से क्या मांग ले अब हम, और कोई ख्वाइश बाकि नहीं
जो मिल जाये तेरा बस एक तेरा प्यार
दिल ने कहना चाह कई कई बार
होठो को सी लिए हम यही सोच कर , बस यही सोच कर हर बार
क्या वो भी करती होगी हमसे इतना प्यार
क्या वो भी करती होगी हमसे इतना प्यार

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