30 जून 1965 में उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर के “सरैया-कायस्थान” गाँव
में जन्मे कवि अम्बरीष श्रीवास्तव ने भारत के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान
'भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान' कानपुर से विशेषकर भूकंपरोधी डिजाईन व
निर्माण के क्षेत्र में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। कवि जनपद सीतापुर के
प्रख्यात वास्तुशिल्प अभियंता एवं मूल्यांकक होने के साथ राष्ट्रवादी
विचारधारा के कवि हैं। कई प्रतिष्ठित स्थानीय व राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं व
इन्टरनेट पर जैसे अनुभूति, हिंदयुग्म, साहित्य शिल्पी, साहित्य वैभव,
स्वर्गविभा, हिन्दीमीडिया, विकिपीडिया, रेनेसा, ड्रीमस-इंडिया आदि पर अनेक
रचनाएँ प्रकाशित हैं। ये देश-विदेश की अनेक प्रतिष्ठित तकनीकी व्यवसायिक
संस्थानों जैसे "भारतीय भवन कांग्रेस" , "भारतीय सड़क कांग्रेस", "भारतीय
तकनीकी शिक्षा समिति", "भारतीय पुल अभियंता संस्थान" व अमेरिकन सोसायटी ऑफ़
सिविल इंजीनियर्स, आर्कीटेक्चरल इंजीनियरिग इंस्टीटयूट, स्ट्रक्चरल
इंजीनियरिग इंस्टीटयूट आदि व तथा साहित्य संस्थाओं जैसे "हिंदी सभा", हिंदी
साहित्य परिषद्" (महामंत्री ) ,"संस्कार भारती"(जिला महामंत्री ) तथा
"साहित्य उत्थान परिषद्" आदि के सदस्य हैं।
व्यवसाय : वास्तुशिल्पीय अभियंता, अचल संपत्तियों के मूल्यांकक (वेबसाइट :
www.ambarishsrivastav.com), तथा इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ़ बिल्डिंग डिजायनर्स
एसोशिएशन" के वर्तमान अध्यक्ष |
रुचियाँ: भवन डिजायन व निर्माण , हिंदी साहित्य, कविता सृजन, भारतीय संगीत,
बांसुरी वादन( प्राथमिक स्तर पर) , कंप्यूटर हार्डवेयर व प्रचालन ,
इन्टरनेट भ्रमण , किसानों व श्रमिकों के कल्याण हेतु कार्य करना तथा
समाजसेवा आदि |
प्राप्त सम्मान व अवार्ड:- राष्ट्रीय अवार्ड "इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी
अवार्ड 2007", "अभियंत्रणश्री" सम्मान 2007 तथा "सरस्वती रत्न" सम्मान 2009
आदि |
संपर्क सूत्र :
अम्बरीष श्रीवास्तव
९१, आगा कालोनी , सिविल लाइंस
सीतापुर २६१००१