लेखक परिचय: परम सांत्वना केवल प्रभु के प्रति भक्ति से ही आती है |
संदीप आर करवा पेननाम चंद्रशेखर के तहत प्रभु के प्रति समर्पण पर लेख लिखते
हैं | लेखक की वेबसाइट http://www.devotionalthoughts.in में दर्ज विचार
आपको सर्वशक्तिमान ईश्वर के करीब ले जाएगा |
मैं एक ही प्रभु जो सर्वशक्तिमान एवं सर्वसामर्थवान हैं पर विभिन्न नामों
के साथ जाने जाते है (कृष्णा, यीशु, राम, अल्लाह, बुद्ध) में विश्वास करता
हूँ | वैसे ही जैसे, सूर्य जो विश्व के सभी देशों को प्रकाशित करते हैं ,
एक होने पर भी दुनिया में अलग अलग नामों से जाने जाते हैं |
मझे भारतीय विरासत की आध्यात्मिक पृष्ठभूमि मिली है और स्वभाव से भौतिकवाद
की ओर बेहद कम एवं सर्वशक्तिमान प्रभु की तरफ अग्रणी समर्पण है | जब मैं
पूजा के लिए बैठता हूँ तो प्रभु प्रेरणा से मेरे मन में कुछ विचार
प्रतिबिंबित होते हैं | क्योंकि मैं एक बहुत साधारण व्यक्ति हूँ और मझे
अपनी सीमा पता है इसलिए मैं कतई दावा नहीं करता कि वे मेरे दिमाग से उपजे
विचार हैं |
मैं केवल भगवान के प्रति समर्पण पर ही लेख लिखता हूँ | जब सर्वशक्तिमान
परमेश्वर के लिए लिखा जाये , तो हमारे मन में नाम, शोहरत या पैसे के लिए
कोई छिपी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा भी नहीं होनी चाहिये | क्योंकि
सर्वशक्तिमान प्रभु के लिए वास्तव में आप दैवीय सहायता के बिना नहीं लिख
सकते क्योंकि यह कहा गया है कि भले ही पूरी पृथ्वी कागज और पूरे महासागरों
स्याही बन जाये तो भी वे काफी अपर्याप्त होंगे सर्वशक्तिमान ईश्वर के जरा
से भी ऐश्वर्य लिखने के लिए |
क्योंकि मैं मात्र कुछ भी लिखने के लिए या शोहरत या कमाई के लिए लेखन नहीं
करना चाहता ( मेरे सर्वशक्तिमान ईश्वर ने मुझे पर्याप्त आजीविका कमाई दे
रखी है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि ईश्वर के नाम पर कमाने का कभी सोचना भी
नहीं चाहिए) | इसलिए प्रभु कृपा से जो विचार मेरे मानस पटल पर प्रतिबिंबित
होते हैं उनके लिए मैंने दो महीने की अवधि रखी जो की प्रतिबिंबित विचारों
को शब्दों में प्रगट करने के लिए प्रयाप्त हैं |