हसरते तो थी तेरे प्यार मे खुद को मिटा दे . . . .
तुने तो प्यार को ही मिटा दिया . .
मरहम न सही एक जख्म ही दे दो
महसूस तो हो की हमे तुम भूले नहीं हो
कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है..
तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती हैं ... !!
सो गए बच्चे गरीब के यह सुनकर,
कि ख्वाब में फरिशते आते हैं रोटियाँ लेकर.
तू अगर इश्क़ में बर्बाद नही हो सकता,
जा तुझे कोई सबक याद नही हो सकता..
तुम खुद को मुझमें काहे तलाश रहे हो
दुनिया में हर एक शख्स एक जैसा नहीं होता.
अकेला वारिस हूँ उसकी तमाम नफरतों का ,
वो शख्स जो सारे शहर में प्यार बांटता है
दो-चार लफ्ज़ कहकर मैं खामोश हो गया,
वो मुस्करा के बोले... बहुत बोलते हो तुम.
मसे भुलाया नही जाता एक "मुख्लिस" का प्यार,
लोग जिगर वाले है जो रोज़ नया महबूब बना लेते है...
दर्द कहाँ मोहताज होता है शब्दों का ...
बस दो आंसूं काफी हैं बयाँ करने को
किसी चिराग का अपना मकान नहीं होता,
जहाँ रहेगा, वहीँ रोशनी लुटायेगा......
दिन तो कट जाता है शहर की रौनक में,
कुछ लोग याद बहुत आते है दिन ढल जाने के बाद..