चाहत की चाहत के चलते दुनियाँ को ठुकराना होगा।
शीशे के सपनोँ को लेकर पर्वत से टकराना होगा।
उल्फत की आफत को सहना इतना भी आसान नही है।
दिल पर लाखोँ चोटेँ खाकर दिल से ही मुस्काना होगा।
चाँद कैसा है चलो चाँद पे चढकर देखेँ।
आज सुरज की चलो नाक पकडकर देखेँ।
अब तो इंसान से लडने मे कुछ मजा ही नही।
क्युँ न हम आज अपनी मौत से लडकर देखेँ।
सहती है कितने दर्द ये औरत की शराफत।
दुनियाँ ये भुल जाती है औरत की शहादत।
ये रानी लक्ष्मीबाई की धरती से है फिर भी।
मर्दो का पहला फर्ज है औरत की हिफाज़त।
यार का दिल तोडकर के यार के टुकडे किये।
प्यार मे विश्वास की दीवार के टुकडे किये।
बेवफा इस दिल ने मेरे बेवफा समझा उसे।
तर्क के चाकु से दिल ने प्यार के टुकडे किये।
तेज तर्रार और जँवा मै हुँ।
खुन के जोश मे रँवा मै हुँ।
मेरे हाथोँ मे मेरी किस्मत है।
अपनी तकदीर का खुदा मै हुँ।
मिलती है मेरी शक्ल शराफत के चित्र से।
कर ली है मैने दोस्ती इज्जत के मित्र से।
नफरत से अपनी रुह को गन्दा नही किया।
चमकाई अपनी जिन्दगी अपने चरित्र से।
रिश्तोँ मे गुँथे प्यार की जंज़ीर रो पडी।
आँखो मे भाई बहनोँ की तस्वीर रो पडी।
मैने जो पुँछा प्यार से क्या हाल है भईया।
शहरोँ मे भुखे गाँव की तकदीर रो पडी।
नफरत का जहर पी के युँ नापाक़ न बनिए।
जिनके हैँ आप बेटे उनके बाप न बनिए।
हम आपको भी अपना ही भाई समझते हैँ।
नफरत मे आकर आँस्ती के साँप न बनिए।
मैने दिल पर छाने वाला ढंग ही सीखा है बस।
दिल तलक घुस जाने वाला रंग ही सीखा है बस।
दुश्मनोँ से हार जाना मेरी फितरत मे नही।
मार के मर जाने वाला जंग ही सीखा है बस।
औकात दिखाने की कभी बात ना करना।
दुनियाँ से उठाने की कभी बात ना करना।
मेरे खुँखार जज़्बे से हारा है सिकन्दर।
मुझे धुल चटाने की कभी बात ना करना।
अब मेरे हालात की तस्वीर बदली जायेगी।
पुर्ज़ा पुर्ज़ा तोडकर जंजीर बदली जायेगी।
अब दुआ की भीख ना माँगुगा मै अल्लाह से।
अब मेरे हाथोँ मेरी तकदीर बदली जायेगी।
जंग मे मर जाने को ही जिन्दगी कर लीजीए।
तीर और तलवार से ही दोस्ती कर लीजीए।
आपके दिल मे अगर थोडी सी भी गैरत है तो।
दुश्मनोँ से हारने पर खुदखुशी कर लीजीए।
मोहब्बत के छंद और बहर काटती है।
वो जालिम हमारा जिगर काटती है।
जफाओँ की आरी को दिल पे चलाकर।
वफाओँ का कोमल शजर काटती है।
सर उठाकर पी रहा हुँ लडखडाने के लिए।
अब नया टापिक गढुँगा बडबडाने के लिए।
ये फ़कत दारु नही है प्यार का टानिक है ये।
काम आता है वफा की लत बढाने के लिए।
इण्डिया के दुश्मनोँ की साँस कम पड जायेगी।
इण्डिया को जीतने की आँस कम पड जायेगी।
दुश्मनोँ को खाक करने के लिए 'शिव' है बहोत।
आ गया मैदान मे तो लाश कम पड जायेगी।
मै सोचता हुँ कि बेईमानी का धंधा कर लुँ।
खुन से रंगके मै हाथ को गंदा कर लुँ।
ईमानदारी से जी कर नही मिटेगी भुख।
ज़मीर बेँच कर ईमान का सौदा कर लुँ।
आज के बाद अब तुमसे कोई गलती नही होगी।
महज इक खेल की खातिर किसी का दिल नही लोगी।
दिलोँ से खेलने का मै तुम्हे ऐसा सबक दुँगा।
किसी को इश्क मे फिर तुम कभी धोखा नही दोगी।
तमाम खुशियोँ से आँचल वो मेरा भर देगा।
मेरी खुशियोँ के लिए वो तो कुछ भी कर देगा।
इसी हसरत मे अपना घर जला रहा हुँ मै।
मेरा महबुब मुझे अपने दिल मे घर देगा।
किसी को राह चलते हम कभी टोका नही करते।
मिले ना जब तलक मंज़िल क़दम रोका नही करते।
कभी आते नही बहकावोँ मे हम धर्म मजहब के।
हम अपने मुल्क के विश्वास से धोखा नही करते।
मेरे ईमान की ताकत जमाने भर पे भारी है।
ये अपनी जिन्दगी मैने गरीबी मे सँवारी है।
नसोँ मे खुन की जगहाँ वफादारी मै रखता हुँ।
मेरी सबसे बडी दौलत मेरी ईमानदारी है।
खुन का जोश है जिसमे वही गुलाल हैँ हम।
वतन के नाम पे जलती हुई मशाल हैँ हम।
चंद पैसोँ पे नही बेचते ज़मीर अपना।
कभी देते नही धोखा नमक हलाल हैँ हम।
कभी मत सोचना दुश्मन तुम्हे मै माफ कर दुँगा।
तुम्हारे जुल्म और नफरत का मै इंसाफ कर दुँगा।
हमारे देश की तुमने अगर एक चिडिया भी मारी।
तुम्हारी सात पुश्ते तक जला कर राख कर दुँगा।
ये जँमी उनकी नही उडान से जो दब गए।
फिर कभी ना उड सके तुफान से जो दब गए।
लेके गैरो की मदद बरबाद हो जायेँगेँ खुद।
एक दिन बिक जाएँगे एहसान से जो दब गए।
मेरी खुद्दारी मुझे छोडकर नही जाती।
मुफ्त की रोटी मेरे पेट को नही भाती।
मुझे दुवाएँ सही रास्ता दिखाती हैँ।
तभी तो रुह गलत राह पर नही आती।
मेरे मतलब की बातोँ को बे सिर पैर समझते हैँ।
अब मेरे बचपन के साथी मुझको गैर समझते हैँ।
मेरे दुश्मन ने भी देखो अजब गजब भ्रम पाले हैँ।
मुझे डराने वाले गीदड खुद को शेर समझते हैँ।
बात ना माने मेरी तुम बात ज़ाया हो गयी।
एक तेरे दीदार खातिर रात ज़ाया हो गयी।
बात ना कुछ कर सके तुम्हे देखते ही रह गये।
तुम्हे पाने की ही खुशी मे वो मुलाकात ज़ाया हो गयी।
अच्छी सुरत की तलब मे यार के बिन रह गया।
बेवफा से दिल लगाकर प्यार के बिन रह गया।
सच्ची चाहत खोजने मे खो दिये रिश्ते सभी।
बाप, भाई. माँ, बहन घर-बार के बिन रह गया।
इक ना इक दिन तेरा मेरा फैसला हो जाएगा।
दिल से चाहेगा मुझे या बेवफा हो जाएगा।
मेरे इस जलते से दिल का कुछ ना कुछ होगा जरुर।
इश्क मे बुझ जायेगा या जलजला हो जायेगा।
तन डुबाया इत्र मे खुश्बु उडाने के लिए।
मुँह पे रगडा पाउडर ब्युटी बढाने के लिए।
बन गयी जब फैशनी इतने मे गुड गोबर किया।
कर लिये नाखुन लम्बे सर खुजाने के लिए।
तकलीफ,दर्द-ओ-गम से बेहाल हम नही हैँ।
खुद मे फँसे रहे वो जंजाल हम नही हैँ।
अपने खुदा से हमने पायी हैँ हर दुवाएँ।
चाहत,वफा,जुनूँ से कंगाल हम नही हैँ।
थक हारकर शहर से आया हुँ गाँव मे।
जन्नत मिलेगी मुझको बरगद की छाँव मे।
बडी किस्मत से पाया है मेरे महबुब को मैने।
मै अब किस्मत पे करता हुँ भरोसा जान से ज्यादा।
मेरे महबुब कि संगत मे रहती हैँ बहुत परियाँ।
वो शायद खुबसुरत है सभी इंसान से ज्यादा।
ये लब हँस रहे हैँ तो दिल रो रहा है।
बता मेरे मालिक ये क्या हो रहा है।
किसी ने सितम की है कर ली कटाई।
कोई नफरतो के फसल बो रहा है।
आजा कर ले मुझसे शादी।
पक्की कर मेरी आबादी।
बीवी बनके आजा मेरी।
ना करियो मेरी बरबादी।
हर वक्त जरुरत है मुझे तेरे प्यार की।
हद हो चुकी है जाने वफा इन्तजार की।
तुम्हे देखते ही लेती है चटखारे जिन्दगी।
तुम ही हो दवा दारु मेरे दिल बीमार की।
मेरा दोस्त बनके मुझे छल रहा है।
कोई नाग मेरे भी घर पल रहा है।
मिला गर जो मौका मिटा देगा हस्ती।
जो शागीर्द मुझको हवा झल रहा है।
नाम अपना युँ मोहब्बत मे कर गया आशिक।
अपने महबुब की चौखट पे मर गया आशिक।
मै सोचता ही रह गया वफा निभाने की।
वफा की राह मे हद से गुजर गया आशिक।
महबुब से जुदाई उपर से ये पढाई।
मेरी जिन्दगी मे यारोँ दो दो मुसीबते हैँ।
लडकी के घर पिटाई।
और लडकियोँ के भाई।
चाहत के रास्ते मे लाखो कबाहतेँ हैँ।
करे जो अमन की बातेँ कोई इंसान ही होगा।
जो कर दे देश को एकल कोई भगवान ही होगा।
जहाँ पे राम रहिमन मे कोई झगडा नही होता।
जहाँ हो अपनो की इज्जत वो हिन्दुस्तान ही होगा।
khana hai agar dhoka to yaar banao.
marna hai gar tadap ke to pyar nibhao.
dil ko bacha ke rakhna ai yaar hasino se.
loot'te hai'n kitne kitne bajaar hasino se.
ban jaoge bechare 'shiv' dil to lagao.
तुम मुझे प्यार करो और मै सँवर जाऊँ।
मेरा दिदार करो और मै निखर जाऊँ।
तुम मुझे दिल से लगाने का गर करो वादा।
तुम्हारे पास से हर हाल मे गुजर जाऊँ।
दिल मेरा चोरी किया दिल की जरुरत थी उसे।
उसने चाहा था मुझे मुझसे मोहब्बत थी उसे।
मैने अपने दिल मे जो उसकी मोहब्बत को रखा।
तो रहा मै चुप ही क्योँ मुझसे शिकायत है उसे।
फिक्र ना मारे हमेँ आइए मस्ती मे चलेँ।
छोड. के दुनियादारी यार की बस्ती मेँ चलेँ।
उतार फेकिये तन से शरीफ का चोला।
बेगैरतोँ की तरह गिर चुकी हस्ती से चलेँ।
Maujood hai'n is dunia me kuch log bhi aise.
Jo pyar to karte hai'n par jalte hai'n pyar se.
Hakeem ban ke dil ka ye dete hai'n yu jehar.
Haalat hai kaisi pooch ke dil ke bimar se.
हाथ अपनेँ इस तरह से ना जलाओ जानेमन ।
इस हथेली पर मेरा मेँहदी रचाना बाकी है।
माँग अपनी उलझनोँ से युँ भी ना भरिये हुजुर।
चाँद तारोँ से तेरी माँगे सजाना बाकी है।
Maar na de'n mujhe dunia ke ye shikawe naale.
Isase acha hai tere hatho se jehar kha le'n.
Khuda ki tarah maine tujh ko hai mana hardam.
Khuda ke baad tujhe hi to hai jaana haradam.
Mile mauka khuda ko chon ke tujhe pale'n.
Mili hai raah mere yaar ye chalane ke liye.
Tu hai charag mere yaar to jalne ke liye.
Mauka na choniye ai yaar mohabbat wale.
Tumhare haath nahi bewajah malne ke liye.
Jinake liye sajaye the ham ne wafa ke fool.
Ham ko thi kya khabar wahi jayenge hame bhool.
Ham jinke sapne aankho se dekha kiye sanam.
Wohi hamari aankh me bhar kar gaye hai dhool.
Ye apni jaan maine dosti pe waari hai.
Kaha hai kisne ki ye jindagi hamari hai.
Agar mai jinda hu to dosto ki rehmat hai.
Ye meri saase mere yaaro ki udhaari hai.
Bhari dunia me mujhe log sapera kehte hai.
Tumhari julf se ek pal bhi khela hota.
Mujhe bhi log 'shiv' ke jaisa diwana kehte.
Kash maine bhi tere jehar ko jhela hota.
शिष्टाचार
बिना दुवाओँ के मंजिल नजर नही आती ।
बिना दुवाओँ के खुशियाँ भी घर नही आती ।
बिना दुवाओँ के अपनोँ का मिलना मुश्किल है ।
बिना दुवाओँ के किस्मत सँवर नही जाती ।
Wo jate jate pyar me niyat badal gayi.
Najuk se mere dil ko pair se kuchal gayi.
Is ishk ke traffick me mujhe to fasa diya.
Dekha jo mauka Leke shortcut nikal gayi.
Dekho ye hai pyar ke marey pyar ke path pe bhatak rahey hai'n.
Mili nahi inaki mehabooba pathar pe sar patak rahey hai'n.
वो रातेँ सर्दियो की थी जलाया था मुझे तुमने
दिलोँ के सर्द मौसम से धुआँ अब तक निकलता है।