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रचानाएँ आमंत्रित
हंसना मुस्काना खुश रहना झूठा लगता है
राहें कठिन अजानी
चलो एक दूसरे में खो जाएँ
तुम्हारे जाने से पहले तक
हे यायावर….!
विधना बड़ी सयानी रे
कहते हैं विज्ञानी जग की यही कहानी
पागल पंछी नाचे क्यों
ओ माँ …..