समर्पिता ( कविता संग्रह )
... समीक्षक—श्री कृष्ण मित्र
दूतिका
-समीक्षक—श्री कृष्ण मित्र
” साँझ का सूरज”
कहानी संग्रह -- “ तृषा “
’ सिमट रही संध्या की लाली ’
यह जग केवल स्वप्न असार (काव्य संग्रह)
टूटते रिश्तों और बिखरते सम्बन्धों का दस्तावेज है, कहानी संग्रह,’तृषा’
’तृषा’
- समीक्षक कैप्टन मनोज सुरापाणेनी
"तम की धार पर डोलती जगती की नौका"
नदिया स्नेह बूँद सिकता बनती
अब तो ठंढी हो चली जीवन की राख
यह जग केवल स्वप्न असार
विषाद नदी से उठ रही ध्वनि
Sanjh ka suraj