उत्थिष्ठ भारत
बोकारो
मैं आप वो
क्योंकर आखिरकर
ख़ुशी
दाढ़ी बना डाला
चिता
एकदम पाग़ल
वो अमसीहा
एक सवाल
असफलता
किलकारी
क्रान्ति कन्या
अभी यहाँ...
बिजली गुल
किवाड़
चप्पल से लिपटी चाहतें
गाना गाया