- साँझ हुई , वे घर न आये
- मेरा रंग–रूप बिगड़ गया
- कौन चला रे, कौन चला
- हम पे जो गुजरी
- दर्दे गम की दवा हो जाऊँ
- ऐन वक्त पर बात बिगड़ गई
- पहले दर्द , फ़िर देते हो दवा
- देखिए ! लोग हमें क्या कहते
हैं
- उसका पावन मन देखा है
- नया साल मुबारक
- तेरा आज भी इंतजार है
- दिल न लगाओ
- तुम
अपनी कोई कहानी मेरे नाम कर दो
- किसको कहें अपना
- तुमको जवां रात न
कहूँ,तो और क्या कहूँ
- बाकी है बोतल में अभी भी
शराब
- मोहब्बत में अश्क
की कीमत कभी कमती नहीं
- तुम्हारे नाम से
सँवरना
- आँखों से
यूँ न, बरसात करें
- चिराग को बुझा
दो,रोशनी की जरूरत क्या है
- जमाने को देख जब वह
शरमाने लगी
- दिल – रुबा ये
तो बतला , तुम्हारा ठिकाना कहाँ है
- खत उसका जब जलाने लगा
- चले हो जब , किस-किस का
मिला साथ
- दूसरों की बात
क्यों, हम स्वयं की बात करें
- देखो कहर मौसम ने
कैसा ढाया है
- बैठे न कभी पास
हम ,दूर-दूर ही रहे
- मैं काला तो हूँ,आप
जितना उतना नहीं
- मोहब्बत के जज़्बे फ़ना
हो गये
- सड़कें खून से लाल
हुईं , हुआ कुछ भी नहीं
- मुसलमान कहता मैं उसका
हूँ
- Khuda dhundate
ho tum
- जिंदगी
-
हुस्नवालो , कभी मेरी गली भी आया करो
-
जिंदगी लम्हा -लम्हा घटती चली गई
- साया - ए -गुलेशाख की
देख, डरता क्यूँ हूँ मैं
- मैं अपने हाथों
में गुलाब लिये फ़िरता हूँ
- माना कि मय जिंदगी के
लिए जहर है
- उठो , जागो
भारत के वीर नौजवान
- मेरे प्यार
को इन्तिहां चाहिए
- तुमको चाहा, यह
मेरी भूल है सनम
- उस बेवफ़ा को
गले से लगाकर देख लिया
- दिल का दर्द
बाँटने चला हूँ
- दुनिया में
जीना आसान नहीं है
- यह सागर क्यों सूख चला
- न तुम
मजबूर थी, न मैं मजबूर था